शुक्रवार, 20 अक्टूबर 2023

चंद्र ग्रहण और काल अवधि

चंद्र ग्रहण और काल अवधि 
खण्डग्रास चन्द्र ग्रहण
चन्द्र ग्रहण प्रारम्भ - ०१:०६ amमध्य रात्रि 
चन्द्र ग्रहण समाप्त - ०२:२२ amमध्य रात्रि 
चन्द्र ग्रहण प्रारम्भ स्पर्श - ११:३२ pm  २८/१०/२०२३
प्रच्छाया से पहला स्पर्श - ०१:०६ am २९/१०/२०२३
परमग्रास चन्द्र ग्रहण - ०१:४४am मध्य रात्री २९/१०/२०२३
प्रच्छाया से अन्तिम स्पर्श - ०२:२२ am २९/१०/२०२३
चन्द्र ग्रहण मोक्ष काल  - ०३:५६ am प्रातः  २९/१०/२०२३
खण्डग्रास की अवधि - ०१घण्टा १६ मिनट्स १६ सेकण्ड्स
सूतक  प्रारम्भ - ०२:३२pm  २८/१०/२०२३
सूतक  समाप्त - ०३:५६ am  २९/१०/२०२३
बच्चों, बृद्धों और अस्वस्थ लोगों के लिये सूतक प्रारम्भ - ०८:३२  pm  २८/१०/२०२३
बच्चों, बृद्धों और अस्वस्थ लोगों के लिये सूतक समाप्त - ०३:५६ am  २९/१०/२०२३
निम्नलिखित राशियों पर प्रभाव अशुभ - 
मेष(अ-ल-ई),
वृषभ (ब- व-उ),
कन्या (प-ठ-ण), 
मकर(ख-ज),
निम्नलिखित राशियों पर प्रभाव शुभ -
मिथुन (क-छ-घ ),
कर्क (ह-ड),
वृश्चिक (न-य), 
कुंभ(ग-श-स-ष),
निम्नलिखित राशियों पर प्रभाव सामान्य- 
सिंह(म-ट),
तुला (र-त),
धनु(भ-ध-फ-ढ),
मीन(द-च-झ-थ),
ग्रहण नियम
१ . ग्रहण से पहले और बाद में स्नान अवश करें।
२ . ग्रहण वेध  से पहले भोजन करना चाहिए।
३. ग्रहण समाप्त होने के बाद ताजा भोजन खाएं।
४ . ग्रहण के दौरान चन्द्रमा को ना देखने।
५. ग्रहण के दौरान घर से बाहर ना निकलें. खासकर गर्भवती स्त्री को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए.
६ . ग्रहण के दौरान ध्यान जाप करें।
७ .सूतककाल शुरू होने से पहले खाने-पीने की चीजों में मंदिर में, रसोय घर में, पानी की टंकी में, कुश(दर्भ) डाल दें।
८ . ग्रहण के दौरान अधिक से अधिक मंत्रों का जाप और देवी - देवताओं का स्मरण करें।
९ . ग्रहण के दौरान सोना भी नहीं चाहिए।
१० . ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान अवश्य करें।
११ . ग्रहण के दुसरे दिन यथा शक्ति दान करे।
१२ . ग्रहण के दुसरे दिन पज्ञोपवित (जनेऊ) धारण किये हुए यंत्र (ताविज) का धागा बदल देना चाहिए।
ग्रहण काल में करें इन मंत्रों का जाप।
अपने गुरु से जो मंत्र लिया हो उस मंत्र का जाप करे।
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं ॐ स्वाहा:।
इस मंत्र के जाप से धन की देवी माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।ॐ ह्लीं दुं दुर्गाय: नम:।
इस मंत्र के जाप से वाक सिद्धि प्राप्त होती है। 
ॐ नमः शिवाय। या महा मृत्युंजय मन्त्र।
इस मंत्र के जाप से शुभ आरोग्य प्राप्त होता है।
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद - प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नम:।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, नौकरी और व्यापार में वृद्धि के लिए इस मंत्र का उच्चारण करें। 
इसके साथ ही मानसिक शांति के लिए निम्नलिखित मंत्रों का जाप करें। 
ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चन्द्रमसे नमः l
ॐ सों सोमाय नमः l
ॐ चं चंद्रमस्यै नम: l
ॐ ऐं क्लीं सौमाय नम: l
चंद्र ग्रहण के समय करें ये विशेष उपाय कोई अगर अपने घर पर मंत्र जाप करते हैं तो एक गुना फायदा होता है, किसी मंदिर में करते हैं तो दश गुना, किसी तीर्थ स्थान या नदी किनारे तो सो गुना और अगर कोई ग्रहण काल में मंत्र जाप करते हैं तो उसका हजार गुना फल मिलता है.
श्री रांदल ज्योतिष कार्यालय सुरेन्द्रनगर गुजरात संपर्क सुत्र +९१९८२४४१७०९०।।।।

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