।। श्री: जयति ।।
प्रश्न
सुप्रसिद्ध श्रीयंत्र में नौ चक्र होते हैं।
जिनके सामान्य ज्ञात नाम विकल्पों में दिए गए हैं।
किस विकल्प के नाम इन नौ नामों में नहीं हैं?
1 - सर्वानंदमय - सर्वसिद्धिप्रद
2 - सर्वरक्षाकर - सर्वरोगहर - सर्वार्थसाधक
3 - सर्वसौभग्यदायक - सर्वसंक्षोभण
4 - सर्वाशापरिपूरक - त्रैलोक्यमोहन
5 - सर्वशत्रुहर - सर्वश्रीप्रद - सर्वमैत्रीकर
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उत्तर
श्रीयंत्र के नौ चक्रो के नाम निम्न है -
1- त्रैलोक्यमोहन
2- सर्वाशापरिपूरक
3- सर्वसंक्षोभण
4- सर्वसौभाग्य दायक
5- सर्वार्थसाधक
6- सर्वरक्षाकर
7- सर्वरोगहर
8- सर्वसिद्धिप्रद
9- सर्वानन्दमय
अतः विकल्प संख्या पांच सही है।
कल्याण उपासना अंक ( 1968 का विशेषांक) ,श्री विद्या साधना,श्रीविद्या रत्नाकर, कल्याण शक्ति उपासना अंक
( 1986) ,श्रीविद्या उपासना ( चण्डी पत्रिका का विशेषांक) आदि के आधार पर।
श्रीयंत्र की चर्चा पुस्तकाकार रूप में संभव है कुछ पंक्तियों में नहीं।
प्रश्न नौ चक्रों पर आधारित है जिसकी यथामति जानकारी दी जा रही है।
श्रीयंत्र लंबाई-चौड़ाई में न होकर ऊँचाई युक्त भी होता है, अर्थात त्रिआयामी होता है। इस यंत्र में केन्द्रस्थ बिंदु के ऊपर नीचे कुल नौ त्रिकोण होते है।
शंकराचार्यों के चारों पीठों में पूजित श्रीयंत्र सृष्टिक्रम मत का है। इसमें पाँच ऊर्ध्वमुखी त्रिकोण होते हैं जो देवी के द्योतक और शिवयुवती कहे जाते हैं।अधोमुखी चार त्रिकोण होते हैं जो शिव के धोतक और श्रीकंठ कहे जाते हैं।
दूसरा कौलमत का श्रीयंत्र संहारक्रम का है जिसमें चार ऊर्ध्वमुखी और पाँच अधोमुखी होते हैं।
नौ त्रिकोण निराकार शिव की नौ मूल प्रकृति के द्यौतक हैं। इन नौ त्रिकोणों से 43 त्रिकोण बनते हैं।
इन नौ चक्रों के बारेमें रुद्रयामल में एक श्लोक है:-
बिंन्दुत्रिकोणवसुकोणदशारयुग्मं मन्वस्रनागदलसंयुतषोडशारम्।
वृत्तत्रयं च धरणीसदनत्रयं च श्रीचक्रराजमुदितं परदेवतायाः।।
इन नौ चक्रों के क्रमशः नाम/स्थिति/अधिष्ठात्री देवता आदि का सामान्य परिचय निम्नवत है:-
1 सर्वानंदमय/बिंदु/महात्रिपुरसुंदरी
2 सर्वसिद्धिप्रद/एक त्रिकोण/त्रिपुराम्बा
3 सर्वरक्षाकर/आठ त्रिकोण/त्रिपुरसिद्धा
4 सर्वरोगहर/दस त्रिकोण/त्रिपुरमालिनी
5 सर्वार्थसाधक/दस त्रिकोण/त्रिपुराश्री
6 सर्वसौभाग्यदायक/चौदह त्रिकोण/त्रिपुरवासिनी
7 सर्वसंक्षोभण/आठदलों का कमल/त्रिपुरसुंदरी
8 सर्वाशापरिपूरक/सोलह दलों का कमल/त्रिपुरेशी
9 त्रैलोक्यमोहन/बाहरी स्थल/त्रिपुरा
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श्री रांदल ज्योतिष कार्यालय सुरेन्द्रनगर पंड्याजी* +919824417090/+917802000033