बुधवार, 28 सितंबर 2022

प्रदोषकाल की अवधि

प्रदोषकाल की अवधि

प्रश्न - ज्योतिष आदि शास्त्रों के अनुसार प्रदोषकाल की अवधि किस विकल्प की ठीक है?

1 सूर्यास्त के दो धडी तक
2 सूर्यास्त के एक घड़ी पहले से एक घड़ी बाद तक
3 सूर्यास्त के बाद ललाई दिखने तक
4 सूर्यास्त के दो धण्टे बाद तक

उत्तर - 1 सूर्यास्त के दो धड़ी तक

एक घड़ी 24 मिनिट की होती है।
प्रदोष काल के लिए अन्य मत भी हैं लेकिन वे विकल्प में नहीं दिए गए थे।

*अन्य मत*
सूर्यास्त के दो घड़ी बाद तक

*त्रिमुहूर्त: प्रदोष: स्याद् रवावस्तम् गते सति* 
             स्कन्दपुराण


*प्रदोषोsस्तमया दुर्ध्वम् घाटका त्रयमिष्यते*
     -पुरुषार्थचिंतमणि

*अर्थात्=>*मतभेद से प्रदोष को सूर्यास्त के बाद त्रिघटिकात्मक ही माना है।

   *त्रिमुहूर्तप्रदोषः स्याद्भानावस्तं गते सति ।*
   *प्रदोषऽस्तमयादूर्ध्वं      घटिकात्रमिच्यते।।*
   *प्रदोषऽस्तमयादूर्ध्वं     घटिकाद्वयमुच्यते।।*

"सूर्यास्त के पश्चात दो घण्टे और चौबिस मिनट (तीन मुहूर्त / छः घटी) तक प्रदोष काल होता है । कोई तीन घटी (एक घण्टा बारह मिनट) और कोई दो घटी (अड़तालीस मिनट) का मानते है ।"  
विशेष काल का प्राधान्य बताने के लिए मतान्तर सम्भव है ।
        *अन्य मत*    
१.श्रीधर शिवलाल पंचांग के अनुसार प्रदोष काल रात्रिमान के १५ भाग करने पर 3 भाग तक प्रदोष वेला होती है।

२.कल्याण के ज्योतिषत्त्वांक के पृष्ठ क्रमांक २२१ के अनुसार प्रदोष काल की अवधि २ घड़ी है । *श्री रांदल ज्योतिष कार्यालय सुरेन्द्रनगर पंड्याजी*  9824417090...

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